Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं
एक्टिंग करना भी एक कला है, इसलिए एक्टर को अपनी आवाज़ को लेकर प्रभावशाली प्रयोग करना पड़ता है। ऐक्टर के लिए मिमिक्री और रिजोनेटर्स की पहचान होना क्यों जरूरी है, इस लेख में बता रहे हैं, अभिनेता आशीष कांत पांडेय- Seen of film Gulabo Sitabo फिल्म अभिनेता (Actors) और रंगमंच के अभिनेताओं के लिए वॉइस वेरिएशन (variation) बहुत ही जरूरी होता है। जिस प्रकार एक वर्ष का बच्चा बोलने के लिए होंठ (Lips) और जीभ (Toungu) को तेज़ी से हिलाकर (movement) ब्रूम... ब्रूम... गाड़ी की तरह आवाज़ निकालता है और कुछ समय पश्चात वह छोटे-छोटे शब्दों को बोलना सीख जाता है, उसी प्रकार एक अच्छे अभिनेता (Actor) को अपने रिजोनेटर्स (resonator) का इस्तेमाल करते हुए इसी प्रकार का अभ्यास करना चाहिए। जिससे वह कई तरह की आवाज़ को निकालने की क्षमता रख सके। कुछ लोग इसे मिमिक्री कहकर आपको भ्रमित करेंगे परंतु यह मिमिक्री नहीं अभिनय की एक टूल्स है, जो हर अभिनेता (Actor) को आना चाहिए। यदि आपको यह करना नहीं आता तो आपके डायलॉग (dialogue) में कोई भी वेरिएशन नहीं होगा और हर उम्र के अभिनय और आवाज़ को आप प्रस्तुत नहीं कर प