Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं
Nari Niketan kya hota hai नारी निकेतन क्या होता है? nari niketan Nari Niketan kya hota hai in Hindi 2022: नारी निकेतन पर निबंध नारी निकेतन का मतलब क्या होता है- नारी निकेतन ऐसी जगह जहां पर असहाय नारी रहती है। ऐसी महिलाएं (नारी) जिनका कोई नहीं होता है उन्हें असहाय कहा जाता है। अतः हम कह सकते हैं कि ऐसी अनाथ बालिका, तलाकशुदा, बुजुर्ग महिला जिनका कोई नहीं होता है, ऐसी नारियां जहां रहती हैं, उसे नारी निकेतन कहते हैं। नारी निकेतन का अर्थ नारी निकेतन दो शब्द से मिलकर बना है नारी का अर्थ महिला और निकेतन का मतलब घर ऐसी जगह जहां नारी रहती है उसे नारी निकेतन कहा जाता है। नारी निकेतन एक संस्था होती है, इस संस्था को जब सरकार या कोई एनजीओ चलाती है तो इसे नारी निकेतन संस्था कहा जाता है। नारी निकेतन संस्था की आवश्यकता क्यों हमारे समाज में नारी को दोयम दर्जे का माना जाता रहा है। केवल सिंधु सभ्यता में ही नारी को बहुत महत्व दिया गया और उन्हें यह सभी अधिकार दिए गए थे इसलिए वह सभ्यता मातृसत्तात्मक सभ्यता थी। जबकि उसके बाद जितने भी समाज हुए उनमें नारी को केवल सजावटी वस्तु की तरह ही देखा