Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं
Surdas सूरदास class 10 new multiple बहुविकल्पी प्रश्न उत्तर कक्षा 10 सीबीएसई बोर्ड (CBSE board) में चलने वाली हिंदी का पाठ्यक्रम के नए परीक्षा पैटर्न में हम आज आपसे बहुविकल्पी (multiple type questions) प्रश्न के बारे में चर्चा करेंगे। कक्षा 10 (class 10 new syllabus) के नए पाठ्यक्रम में बहुविकल्पी प्रश्न पेपर के खंड 'अ' में आएंगे। जिसमें से आज हम क्षितिज भाग 2 से प्रश्न पूछे जाएंगे बहुविकल्पी प्रकार के उनका अध्ययन करेंगे आज क्षितिज भाग 2 का पहला पाठ सूरदास से संबंधित अपठित गद्यांश से बनने वाले प्रश्नों के उत्तर के बारे में चर्चा करेंगे और कुछ प्रश्न आपसे हल भी करवाएंगे तो आइए इस क्लास को शुरू करते हैं- निम्नलिखित पठित काव्यांश को पढ़कर दिए गए प्रश्नों के उत्तर विकल्पों से चुनकर लिखिए- ऊधौ, तुम हौ अति बड़भागी। अपरस रहत सनेह तगा तैं, नाहिन मन अनुरागी। पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी। ज्यौं जल माहँ तेल की गागरि, बूँद न ताकौं लागी। प्रीति नदी मैं पाउँ न बोरयौ, दृष्टि न रूप परागी। ‘सूरदास’ अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी। 1. कमल के पत्ते की कौन- सी विशेषता कवित