Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं
अगर आपकी बाइक पेट्रोल की जगह पानी से चले तो कितना अच्छा होता। आपकी इस कल्पना को हकीकत में बदल दिया है ब्राजील के एक शख्स ने। साओ पाओलो में रहने वाले रिकार्डो एजवेडोइस नाम के इस व्यक्ति ने एक ऐसी बाइक बनाई जो पानी से चलती है। इतना ही नहीं बल्कि इस बाइक का माइलेज भी चौंकाने वाला है। यह बाइक एक लीटर पानी में 5०० किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है। इस बाइक में एक बैटरी लगी है।
रिकार्डो ने अपनी इस पानी से चलने वाली बाइक का नाम टी पावर एच2ओ रखा है। इस बाइक में पानी डालने पर बैटरी के जरिए यह हाइड्रोजन बनाती है। इसी हाइड्रोजन से बाइक चलती है। बाइक के इंजन में इस हाइड्रोजन को ईधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। रिकार्डो अब अपनी बाइक की टेस्टिंग के लिए तैयार हैं, इसके बाद अगर ये बाइक सफल हुई तो दुपहिया वाहन क्षेत्र में बड़ी सफलता मानी जाएगी।
मध्य प्रदेश के शख्स ने भी बनाई पानी से चलने वाली कार
वहीं इससे पहले मध्यप्रदेश जिले सागर के रहने वाले रईस महम्मूदी जो पेश्ो से मैकेनिक है, उन्होंने भी पानी से चलने वाली एक कार बनाई थी। अभी इस पर और रिसर्च हो रहा है। एक बात ये है कि जिस तरह से पानी के हाइड्रोजन के अणुओं को तोड़कर बाइक व कार चलाने का प्रयोग सफल रहा है तो आने वाले समय में इस टेक्नोलॉजी में और सुधार होने की गुंजाइश है। वहीं एक दिन हम अपनी बाइक या कार में पानी भरकर आराम से ड्राइव करेंगे और पेटàोल और डिजल को बोलेंगे गुडबॉय।
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