Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं
पुराना पड़ा सिलबट्टा
भगवान की तरह,
मूसल का भी टूट गया घमंड
खपड़ा बोल रहा
माटी फर्ज अदा कर
डेबरी उजियारा देखकर
पनारा से निकलते पानी को
टाठी में दाल चावल
सलाई रख दिया
ताखा पर।
लाल सिंदूरी
वाला दादा
अभी भी सबको पाल रहा
कोई उसके घमंड में
कोई उसी को अपना समझ के
दूसरे के दुख से खेल रहा
सहजन के फुनगी
बूढ़ा बरगद
गिरी अपनी पत्तियां
सूंघ रहा जलती हुई
बरगद किलकारियों में
मेरे दादा परदादा को खोज रहा
फौजी का लालच
मौजू बना
वह गूगल गूगल खेल रहा।
भगवान फैलाए कैसे पैर
सिर के ऊपर बाजू खोले जब
जमीन पड़ रही है कम,
वह देखो दूर दाढ़ी वाला बाबा स्कूटर पर,
मंत्रों वाली सॉन्ग
इधर सबसे ऊंचा मेरा मन
बरगद से झांक रहा।
बरगद की समझ को आंक रहा मैं
भगवान मुस्कुराते
सोचते सारे जीव
कौन समेट रहा जमीन चटाई की तरह
हुनरमंद
दढि़यल बाबा।
लाट साहब का घाट
तैर रही थी सारी उम्मीदें
हर एक की
सीने में उग रही थी फसलें
सब सहारे थे
बस यही तो डर नहीं था
वहां किसी को
कि भगवान भी लेते हैं सांस
वह भी टहलते हैं
उठते हैं
बैठते हैं।
अभिषेक कांत पांडेय
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