बकरी पालन (Got Farming) में मुनाफा ही मुनाफा | Loan got farming सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

चर्चित पोस्ट

मे उनमे इनमे मै मे bindu (अनुस्वार) या chandrabindu (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता

  Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार))  या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है।  Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं

बकरी पालन (Got Farming) में मुनाफा ही मुनाफा | Loan got farming

  बकरी पालन कैसे करें Got farming| वैज्ञानिक ढंग से बकरी पालन| Got Farming loan

Goat farming in hindi


मांस, खाल, दूध, ऊन और खाद लिए बकरी को पाला जाता है यह Got Farming अंतर्गत आता है।

छोेटे पैमाने पर स्वरोजगार sel emplyement Got farming के लिए बकरी पालन आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। बकरी पालन के लिए कम पैसों और छोटी सी जगह में भी शुरु कर सकते हैं। बेरोजगार, मजदूर, छोटे किसानों के लिए बकरी पालन (Got Farming Loan) के स्वरोजगार से अच्छा पैसा कमा सकते हैं। बकरी की देखभाल में भी ज्यादा समय नहीं लगता है। किसानों और बेरोजगारों के लिए बकरी पालना अपना खुद का फायदेमंद रोजगार है। किसानों को अतिरिक्त बकरी पालन Got farming से उनकी आय में दो से तीन गुना बढोतरी हो सकती है। आगर आप अपना कोई व्यवसाय छोटे स्तर पर शुरु करना चाहते हैं तो बकरी पालन (Got Farming) आपके लिए सबसे अच्छा स्वरोजगार का साधन है। सरकार बकरी पालन (Got Farming) के लिए प्रोत्साहित करती है। जिले के पशुपालन विभाग में बकरी पालन के लिए ट्रेनिंग और जानकारियां दी जाती है। कम ब्याज दर में बकरी पालन के लिए लोन भी सरकार की कई योजनाओं के तहत दिया जाता है।


स्वरोजगार के लिए बकरी पालन self employement Got Farming


बकरी पालन में बकरी से दूध और बकरे से मांस का करोबार होता है। इसकी मांग स्थानीय बाजार में हमेशा बनी रहती है। बकरे के मांस (Meat) के करोबार में कभी मंदी नहीं आती है। स्थानीय बाजार में बकरी के दूध (milk of got) की डिमांड भी बहुत अधिक है। आज बकरी पालन के लिए लोग जागरुक भी हो रहे हैं। लाखों लोग बकरी पालन का काम शुरू कर चुके हैं। बकरी पालन को गॉट फार्मिंग कहते हैं। 


किस नस्ल की बकरी Got पाले


बकरी Got को छत के नीचे पाला जा सकता है। बरबरी Barbari जाति की बकरी को चराने की जरूरत है। ये एक बार में तीन से पांच बच्चे देती हैं। बस इनके टीकाकरण के साथ सही साफ सफाई और चारे की व्यवस्था होनी चाहिए। एक किसान ने बरबरी जाति के दो बकरे और 10 बकरियों से आपनी बकरी पालन फार्म खोला था आज उसके पास 50 से ज्यादा बकरे—बकरियां है। छोटे से फार्म हाउस को वे अब बड़ा कर रहे हैं। बरबरी बकरी को फार्म मे रखकर चारा खिलाया जाता है। अगर आपको चराई के लिए बकरी पालना चाहते है जिसमेें बकरी को खिलाने का खर्चा कम आता है तो सिरोही जाति की बकरी सहा रहता है। भारत में सबसे अधिक नस्ल व प्रजातियों की बकरियों का पालन होता है।


बकरी का सही समय पर गर्भाधारण bakari garbhadharan कराना


बकरी को सही समय पर गर्भ धारण कराना जरूरी है। अगर ये समय चूक जाते हैं तो बच्चो की संख्या नहीं बढ़ पाएगी। उत्तर भारत में बकरी के गर्भ धारण करने का सही समय 15 अप्रैल से लेकर 15 जून का समय है, ज​बकि दूसरा समय 15 सितंबर से नवबंर तक का है। सही समय पर बकरी को गर्भाधरण कराने पर बकरी के बच्चों की मौत को कम कर सकते हैं। अगर सही से समय पर बकरी को बच्चे देने के लिए गर्भ धारण नहीं कराया जाता है तो अकसर बकरी से एक समय में तीन से पांच की पैदाइश में एक बच्चे मर जाते हैं, इन्हीं सभी खतरों से बचने के लिए बकरी पालन पूरी जानकारी लेना जरूरी है। 

बकरी के बच्चे होने के तुरंत बाद बकरी के बच्चों के प्रतिरोधक क्षमता प्रकृतिक तौर बढ़ाने के लिए बच्चे को बकरी का तुरंत पिलाना चाहिए। बहुत से पशुपालक कुछ घंटों तक इंतजार ​करते है, ये वैज्ञानिक तरीका नहीं है।


बकरी के लिए बाड़ा कैसे बनाएं


बकरी पाली जाने वाली जगह को बाड़ा कहते हैं। शेड बनाने के लिए आपको कम से कम 20,000- 50,000 रुपए तक खर्च करना पड़ेगा। शेड बनाने के लिए सीमेंट की शीट या छप्पर का इस्तेमाल छावनी के लिए करना चाहिए। इसे आप सीमेंटेड भी बना सकते हैं लेकिन दोनों तरफ से रोशनीदार और हवा आने की पर्याप्त जगह होनी चाहिए। शेड  के चारों तरफ के बाड़े को अच्छी तरीके से बाउंड्री करना चाहिए। जिससे जंगली जानवर और चोरों का खतरा ना हो। 


बाड़े की साफ सफाई जरूरी है। बकरियों को बीमारियों से बचाने लिए उन्हें संक्रमण से दूर रखने के लिए सही समय पर टीका लगाना, सही चारा खिलाना और बाड़े की साफ सफाई जरूरी है। ध्यान देना चहिए कि जहां पर बकरी को बांधे वहां पर मिट्टी की दो इंच की परत को समय समय पर पलट देना चाहिए। ऐसा करने से मिट्टी में पनपने वाले बैक्टिेरिया और परजीवी खत्म् हो जाते हैं। बकरी पालने जगह को सूखा रखें। अगर गीली जगह होगी तो बकरियां बीमार हो सकती है। 


बकरियों को पोष्टिक चारा खिलाएं


बकरी की फीडिंग पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए आपको विशेषज्ञ की सलाह को मानना चाहिए। गाभिन बकरी के लिए उसकी प्रतिरोधन क्षमता रोग से लड़ने की क्षमता बढ़ाने और दूध की पौष्टिकता बढ़ाने के लिए अधिक मात्रा में चारा खिलाना चाहिए। हरा चारा और खनिज लवण देना चाहिए। बकरियों और बकारों के चा​रा खिलाने पर ध्यान देना चाहिए। बकरियों को चराकर लाने के बाद भी पौष्टिक चारा देना चाहिए। जिससे दूध और मांस में बढ़ोतरी होती है।

तीन से चार माह के बकरियों के बच्चो को दाने के साथ हरी पत्तियां भी खिलाएं। जो बच्चे स्लाटर ऐज के हो जातें है, यानि 11 से 12 महीने के उनके चारे में 40 परसेंट से 60 परसेंट तक सूखा चारा दिया जाना चाहिए।

दूध पिलाने वाली बकरियों को हर दिन हरा चारा के साथ 500 ग्राम अनाज देना चााहिए।


बकरियों के चारे का मानक चारा है—


बकरियों के दाना चारे का मानक

मक्का 57% 

मूंगफली की खली 20%

चोकर 20 %

मिनरल मिक्चर 2% 

नमक 1%

सूखे चारे

गेहूं का भूसा

सूखी पत्ती

धान का भूसा

उरद कर भूसा या अरहर का भूसा

ठंड के मौसम में गन्ने का सीरा जरूर दें


बताए गए चारे को खिलाने से बकरियां पोषण वाला दूध अधिक मात्रा देती है। बकरों का वजन बढ़ने से मांस  में भी बढ़ोतरी होती है। इस तरह से लागत से ​कहीं अधिक मुनाफा कमाते हैं। मांस के लिए बकरे को बूचड़ खानों में सीधे बेचे इससे फायदा ज्यादा होता है। अगर आप बिचौलिए यानि व्यापारी को बकरे बेचेंगे तो कम कीमत मिलेगी।


गाट फार्मिंग (Goat Farming) के लिए ट्रेनिंग लें


बकरी पालन के लिए पहले सही प्रशिक्षण हासिल करें। भारत सरकार की कई योजनाएं है। इन योजनाओं में आपको ट्रेनिंग और लोन बकरी पालन के लिए दिया जाता है। 

प्रशिक्षण के लिए मथुरा स्थित केंद्रीय बकरी अनुसंधान संस्थान से ले सकते हैं।  यहां पर 1 साल में 4 बार अकेली कराई जाती है। किसी भी समय आप ट्रेनिंग में शामिल हो सकते हैं।  ट्रेनिंग के लिए फॉर्म को डाउनलोड यहां से किया जा सकता है- http://www.cirg.res.in/

    100 बकरियों के पहनने के लिए आवास की पूरी योजना के लिए यहां पर क्लिक करें यह केंद्रीय बकरी  अनुसंधान संस्थान की ओर से  उपलब्ध है हिंदी 100 बकरी आवास।


हर जिले में कृषि विज्ञान केंद्र होता है वहां से भी बकरी पालन के लिए ट्रेनिंग ले सकते हैं। 


 बकरी पालन के लिए सब्सिडी वाला लोन


बकरी पालन के लिए लोन और सब्सिडी जिले के नाबार्ड से प्राप्त कर सकते हैं।  भारत सरकार  द्वारा बकरी पालन के लिए ट्रेनिंग और शेड निर्माण और बकरी खरीदने के लिए सारी जानकारी के साथ लोन भी देता है। एसबीआई बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ग्रामीण बैंक जैसे सारे नेशनल बैंक के माध्यम से या लोन मिलता है।


  •  बिहार सरकार द्वारा "समेकित बकरी एवं भेड़ विकास योजना' 100 बकरी और 5 बकरे खरीदने के लिए दो किस्तों में ₹600000  ब्याज सब्सिडी के साथ आसान किस्तों में दिया जाता है।


 वैज्ञानिक तरीके से बकरा पालन में आमदनी बढ़ाया जाता है


बकरी पालन (गाट फार्मिंग) में बकरी से दूध और बकरे से मांस बेचकर आमदनी प्राप्त की जाती है।  छोटे स्तर से लेकर बड़े स्तर तक बकरी पालन के लिए 10 से 15 लाख का इन्वेस्टमेंट करके अच्छी आमदनी कुछ महीनों में शुरू की जा सकती है। 


भारत में बकरे का मांस बड़े चाव से खाया जाता है। इसकी डिमांड दिनों दिन बढ़ती जा रही है। बकरे के मांस का भारत के स्थानीय बाजार में डिमांड बनी रहती जिसके कारण से छोटे बकरी पालकों के लिए बकरा बेचने में आसानी होता है। 

अगर आप बकरी पालन में बकरे को मांस के लिए बेचे तो आपकी आमदनी बहुत तेजी से बढ़ सकती है। करोड़ों किसानों ने यह तरीका अपनाकर अपनी आमदनी को तीन से चार गुना बढ़ा लिया है। लाखों बेरोजगारों ने बकरी पालन के व्यवसाय में बकरे  को मांस के लिए Goat forming फार्मिंग शुरू की है, उन्हें बहुत फायदा हो रहा है आइए इसके बारे में पूरी जानकारी आगे जाने।


 बकरी पालन के वैज्ञानिक तरीके


 नए जमाने के साथ सोच रखने वाले किसान और  शिक्षित किसानों के लिए बकरी पालन के वैज्ञानिक तरीके उनकी आमदनी को बढ़ाने वाला सबसे बढ़िया माध्यम है। बेरोजगारी के कारण कोई रोजगार अगर आप सोच रहे तो बकरी पालन पर हाथ आजमाए इससे निश्चित सफलता मिलती है क्योंकि वैज्ञानिक तरीके से अगर आप बकरी पालेंगे तो निश्चित ही इनमें वह जोखिम नहीं होगा जो पारंपरिक तरीके के बकरी पालन में होता है। आज हजारों बेरोजगार युवा ट्रेनिंग और अनुदान लेकर बकरी पालन शुरू कर चुके हैं, उन्हें अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है।

मांस के लिए बकरे डिमांड बनी रहती है।


सही नस्ल का चुनाव करें


 सही नस्ल का चुनाव करते हैं तो आपकी बकरियां अच्छे दूध देने वाली और बकरे अच्छे मांस वाले होंगे।  वैज्ञानिक विधि से बकरी पालन का दूसरा चरण या है कि आप संकर नस्ल के बकरी का इस्तेमाल करें इससे आपको फायदा होता। संकर नस्ल के बकरे और बकरियां रोग से मुक्त होते हैं और इनके बच्चे मरते भी नहीं हैं।  जिस कारण से आप को कोई नुकसान नहीं होता है क्योंकि बकरियों के बच्चे से ही अधिक कमाई होने की संभावना बनी रहती है। 

संकर नस्ल के बकरे का मांस स्वादिष्ट होता और बाजार में इसकी मांग बनी रहती है। इस नस्ल के बकरे का वजन 6 महीने में 25 किलो ग्राम आसानी से हो जाता है जिसके मीट की अच्छी कीमत आपको बाजार में मिलती है।


 लोकल नस्ल की बकरियों और संकर बकरियों में जमीन आसमान का अंतर है। लोकल नस्ल की बकरियां बीमारी से ग्रसित हो जाती हैं। दूध भी कम देती है और  बकरों के मांस भी कम होते हैं और बाजार में इनकी डिमांड भी ज्यादा नहीं होती है। लोकल नस्ल की बकरियों और बकरों के पाले में आपकी मेहनत भी बर्बाद होती है और आमदनी भी कम होता जबकि संकर नस्ल के बकरे आपकी आमदनी को कई गुना बढ़ा देते हैं।

 वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन में फायदा ही फायदा

 वैज्ञानिक तरीके से बकरी और बकरा पालन के लिए आपको ज्यादा भटकने की जरूरत नहीं है। कृषि विज्ञान केंद्र और जिले के पशु विभाग से इसके बारे में अच्छी सी जानकारी आपको प्राप्त हो सकती है। अगर आप पारंपरिक रूप से बकरी पालन कर रहे हैं तो उसे वैज्ञानिक रूप से बकरी पालन में बदलने के लिए पूरी सहायता सरकारी समय-समय पर आपको मिलती है।  राष्ट्रीय बकरी अनुसंधान केंद्र से आपको प्रशिक्षण और जानकारी भी हासिल होती है।  आपके जिले के स्थानीय स्तर पर भी आपके फॉर्म को आधुनिक रूप से रिफॉर्म करने के लिए वैज्ञानिक टीम दौरा भी करती है। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन करने से  छोटे स्तर के बकरी पालकों को बहुत अधिक फायदा हुआ है।


भारत में वैसे भी गांवों में और छोटे शहरों में लोग एक दो बकरिया शौकिया रूप से पालते हैं लेकिन इसे वैज्ञानिक पद्धति से पाला जाए और एक छोटा सा फार्महाउस बना दिया जाए तो इससे अच्छा फायदेमंद  स्वरोजगार कोई नहीं हो सकता है। हर स्टेप पर आपके लिए सरकारी प्रशिक्षण और सहायता उपलब्ध है।   केंद्रीय बकरी संस्थान किस वेबसाइट पर ट्रेनिंग इंक्वायरी के लिए विजिट करें-

http://www.cirg.res.in/


 #Goatfarming

  भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान भी जिला स्तर और गांव में समय-समय पर टीकाकरण बकरियों को होने वाले इन्फेक्शन और कृमियों से बचाव के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम और गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक करती है।


भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान की वेबसाइट http://www.ivri.nic.in/extension/default.aspx




 बकरे बेचने से होने वाली आमदनी


 अच्छी नस्ल के दो-तीन बकरियों के छोटे से इस व्यवसाय से आमदनी का अंदाजा लगाया जा सकता है कि सही नस्ल के बकरे तैयार करके बेचने पर ₹6000 पर बकरे की रेट से बिकता है।  जबकि बधिया बकरे ढाई हजार रुपए में बिकता है। बकरियों की कीमत 2,500 ₹ है।

 सालाना ₹50000 दो बकरियों से हासिल हो सकती है, बकरियों के पैदा होने वाले बच्चे को बकरा और बकरी के रूप में तैयार करके बेचने से। अगर इसे बड़े पैमाने पर शुरू किया जाए तो लाखों रुपए का मुनाफा होता है।

 परंपरागत बकरी पालकों को प्रशिक्षित करके उन्हें वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन का अवसर सरकार द्वारा दिया जाता है जिससे उनकी आय में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है।




बकरी पालन के लिए विशेष ध्यान देने वाली बातें-


बकरी के  रहने के लिए शेड ऐसी जगह पर बनाए जहां से उन्हें शुद्ध हवा मिल सके।  साफ पानी के लिए उचित प्रबंध होना चाहिए। बकरी के साफ सफाई के लिए पानी की जरूरत होती है।

   बकरी पालने के लिए बाड़ा हमेशा ऊंचे बनाना चाहिए।  इसलिए कि बारिश का पानी आसानी से बाड़े से निकल जाए नहीं तो बीमारियां फैल सकती है और बकरियां मर सकती है। 

 आधुनिक उपकरणों का प्रयोग करें और कीटनाशक का छिड़काव जरूर करें जिससे कि संक्रमण ना हो।

बकरियां जब भी खरीदे तो यह जान ले कि कहीं बकरियां संक्रमित या बीमार तो नहीं है उसके लिए पशु चिकित्सक से सही जांच करवाएं। 

 कृत्रिम गर्भाधान बकरी का हमेशा पशु चिकित्सक से करवाएं या प्रशिक्षित व्यक्ति से करवाएं।  जिले के पशु  चिकित्सा विभाग में या सुविधा उपलब्ध होती है। कृत्रिम गर्भाधान सबसे अच्छा होता है जिसमें अच्छी नस्ल की बकरी पैदा की जा सकती है।  बकरी के मदकाल को समझ के उसी समय कृत्रिम गर्भाधान कराना चाहिए।

 बकरियों को सही समय पर टीका लगवाए इससे बीमारियों में बचाव होता है। यह टीका मुफ्त में सरकार द्वारा लगाया जाता है।


सरकार द्वारा बकरी पालन करने के लिए लोन 


बकरी पालन का बिजनेस आइडिया सबसे अच्छा है। दो लाख तक की कमाई  आसानी से कर सकते हैं।  गवर्नमेंट बकरी पालन के लिए  90  प्रतिशत का  लोन आसानी से बकरी पालन के लिए दे रहा है। Business idea loan के बारे में हमें जानकारी दी जा रही। Extra income अकेली अपना खुद का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। सबसे कारगर बिजनेस आइडिया है। business के बारे में बताने जा रहे हैं। 



Goat Farming  के लिए सरकार 90% तक लोन देती है। ग्रामीण क्षेत्रों में  व्यवसाय शुरू करने के लिए पशुपालन को बढ़ावा दे रही और स्वरोजगार के लिए हरियाणा के पशुपालकों को 90% हरियाणा सरकार सब्सिडी वाला लोन दे रही है। 

दूसरे राज्यों में भी सरकारी सब्सिडी वाला लोन देती है। इसके अलावा भारत सरकार पशुपालन के लिए 35% सब्सिडी वाला लोन बकरी पालन के लिए दे रही है। आपको बता दें कि यह लोन सुविधा नाबार्ड बैंकों के माध्यम से उपलब्ध है।  



सरकारी बैंक loan: बकरी पालन लोन के लिए योग्यता


बकरी पालन करने के लिए स्थान चारा ताजा पानी और सही कर्मचारियों की संख्या होनी जरूरी। इसके अलावा आपको पशु चिकित्सा सहायता बाजार क्षमता आदि की जानकारी होनी जरूरी। आपको बता दें बकरी के दूध को लेकर और मांस तक में मोटी कमाई आप कर सकते। स्थानीय बाजार में इसकी मांग है इसलिए आसानी से अपने माल को बैठ सकते हैं। 

बकरी पालन से होने वाली कमाई कितनी होगी?  


एक आंकड़ों के अनुसार बकरी पालन का रोजगार करने वाले को  18 फीमेल बकरी पर औसतन 2,16, 000 रुपये की कमाई होती है। वहीं पर बकरा पालन करने पर कमाई  है एवरेज 1,98,000 रुपये की ताकि हो सकती है।



6 Top बिजनेस आइडिया

Jan Aushadhi Kendra form online download  करने के लिए यहां पर क्लिक करें


Top 10 business idea from home


गांव में चलने वाली बिजनेस आइडिया कम लागत में अधिक कमाई | Business Idea in hindi 


डेविड और क्रेडिट शब्द को समझे आसान भाषा में

​बकरी पालन बिजनेश आइडिया



 





 

टिप्पणियाँ

चर्चित आर्टिकल

ईमेल लेखन कैसे करें | cbse class 10, 9 Email writing in hindi

  ईमेल लेखन कैसे करें cbse class 10, 9 Email writing in hindi CBSE बोर्ड की क्लास 9th और 10th में सेशन 2022 23 से ईमेल राइटिंग पर प्रश्न पूछा जाएगा। ईमेल राइटिंग जी का यह प्रश्न सीबीएसई बोर्ड क्लास 10th की बोर्ड परीक्षा में ढाई अंक का होगा। आपको बता दें कि क्लास 9th और 10th मे अनुच्छेद-लेखन Anuched Lekhan for class 10 and 9 , लघुकथा-लेखन , विज्ञापन-लेखन, संदेश-लेखन, संवाद-लेखन से प्रश्न भी पूछा जाता है इस पर आपको अधिक जानकारी चाहिए तो क्लिक करके पढ़ें… छात्रों ईमेल राइटिंग लिखना बहुत आसान है। ईमेल राइटिंग का प्रारूप और विषय आपको बस समझ में आना चाहिए। आपको यह बता दे कि आपकी परीक्षा में औपचारिक यानी कि फॉर्मल ईमेल राइटिंग ही पूछा जाएगा. औपचारिक ई मेल (Formal email) जैसे कि बैंक मैनेजर को  पासबुक जारी करने के लिए ई-मेल लिखना, आप एक लाइब्रेरियन है और किताब मगवाना चाहते हैं  तो बुक पब्लिशर को आप ईमेल लिखेंगे। ई-मेल की भाषा हिंदी | Email writing in hindi अगर आप ईमेल लिख रहे हैं तो उसकी भाषा हिंदी ही होनी चाहिए। प्रचलित का अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं, जैसे स्कूल, बस

लघु-कथा' CBSE BOARD CLASS 9 NEW SYLLABUS LAGHU KATHS LEKHAN

'लघु-कथा' CBSE BOARD CLASS 9 NEW SYLLABUS LAGHU KATHA LEKHAN  लघु और कथा शब्द से मिलकर बना हुआ है। लघु का अर्थ होता है- छोटा और कथा का अर्थ होता है-कहानी। Laghu Katha ke Udharan class 9th hindi term-2 sylabuss 2022 hindi  न्यू सिलेबस सीबीएसई बोर्ड लघु कथा लेखन क्लास नाइंथ इस तरह लघुकथा का अर्थ हुआ कि 'छोटी कहानी'। the shrot story छात्रों हिंदी साहित्य को दो भागों में बाँटा गया है, पहला गद्य साहित्य (gadya sahitya)  और दूसरा काव्य साहित्य ।  गद्य साहित्य के अंतर्गत कहानी, नाटक, उपन्यास, जीवनी, आत्मकथा विधाएँ आती हैं। इसी में लघु-कथा विधा भी 'गद्य साहित्य' का एक हिस्सा है। कहानी उपन्यास के बाद यह विधा सर्वाधिक प्रचलित भी है। लघुकथा की महत्वपूर्ण बातें the important character of laghu katha in Hindi लघु कथा क्यों लिखी जाती है? 1.आधुनिक समय में इंसानों के पास समय का अभाव होने लगा और वे कम समय में साहित्य पढ़ना चाहते थे तो  'लघु-कथा' का जन्म हुआ। लघु कथा का जन्म कैसे हुआ? हमारी संस्कृति में लघु कथा का क्या-क्या रूप है? laghu Katha kya hota hai? 2.लघु कथा

MCQ Vachya वाच्य class 10 cbse board new 2021

MCQ Vachya  वाच्य class 10 cbse board new 2021 CBSE Change question paper pattern in hindi. Hindi Grammar asking MCQ's. वाच्य Vachya topic given multiple cohice question with answer.     सीबीएसइ कक्षा 10 की हिन्दी  अ Syllabus 2021 में अब अधिकतर Questions Objective  टाइप के प्रश्न पूछे जाएंगें। यहां पर Vachya वाच्य टॉपिक से दे रहे हैं। Vachya Topic  में 5 में से 4  इस वाच्य टॉपिक questions आएंगे। वाच्य शब्द का अर्थ बोलने का तरीका वाच्य कहलाता है। ऐसा वाक्य जहां पर क्रिया का पर प्रभाव कर्ता, कर्म या भाव का पड़ता है तो क्रिया उसी के अनुसार परिवर्तित होती है। इस तरह से वाच्य तीन प्रकार के हुए। क्योंकि तीन तरह से क्रिया पर प्रभाव पड़ता है। यानी  1 कर्ता  2 कर्म  3 भाव क्रिया विधानों के अनुसार वाच्य 3 तरह के होते हैं- 1 कर्तृवाच्य (Active Voice) 2. कर्मवाच्य (Passive Voice) 3. भाववाच्य (Impersonal Voice) कर्तृवाच्य व अ कर्तृवाच्य   के अनुसार वाच्य दो प्रकार के होते हैं- 1 कर्तृवाच्य 2  अ कर्तृवाच्य  अ कर्तृवाच्य के दो भेद होते हैं-        i. कर्मवाच्य (Passive Voice)         ii भावव

MCQ Balgobin Bhagat CBSE Class 10

  MCQ Balgobin Bhagat CBSE Class 10  बालगोबिन भगत पाठ, लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी क्षितिज भाग- क्षितिज भाग- 2 बुक से MCQ Balgobin Bhagat, CBSE Class 10  CBSE 2023  नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार इस बार हिन्दी अ पाठ्यक्रम में पेपर में दो खंड होंगे। अ और ब खंड हैं। Examination में  MCQ क्यूश्चन ( questions) पूछा जाएगा।  इस   सीरीज में MCQ Balgobin Bhaghat CBSE Class 10  MCQ दे रहे हैं। कक्षा 10 क्षितिज भाग 2 book kshitij   से Balgobin Bhaghat  MCQ  CBSE Class 10  पर बहुविकल्पी MCQs प्रश्न दे रहे हैं। Class 10 Hindi Class YouTube Channel Link    निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्पों पर टिक ​लगाइए —  1 भगत जी कौन-सा काम करते थे? i खेतीबारी ii नौकरी iii भजन गाते ​थे iv व्यापार करते थे उत्तर—i  खेतीबारी 2 बालगोबिन भगत किसको साहब कहते थे? i भगवान ii कबीर iii जमींदार iv मुखिया उत्तर—ii कबीर 3. बालगोबिन भगत साहब के दरबार में फसल ले जाते थे। यहां साहब के दरबार से क्या अभिप्रायय है? i जमींदार की हवेली ii राजा का दरबार iii कबीरपंथी मठ iv मंडी उत्तर—iii कबीरपंथी मठ 4.  ठंडी पुरवाई का क्या मतल

MCQ Ras Hindi class 10 cbse Update 2023

MCQ Ras Hindi class 10 cbse Update 2023 MCQ Ras Hindi class 10 cbse Ras Hindi MCQ class# 10 CBSE board new# syllabus objective questions. New gyan dotcom Gmail important question topic ras रस पर क्वेश्चन आंसर यहां दिये जा रहे हैं।‌  If you have any problem of the topic of Hindi Ras write a comment, I will solve your problems within 24 hours. You have know that  multiple choice question coming Hindi grammar section class of 10.  Ras,  Rachna ke Aadhar per Vakya, Pad Parichy,  aur Vachy. रस, रचना के आधार पर वाक्य, पद परिचय और वाच्य है। यहां पर रस पर आधारित MCQ क्वेश्चन दिए जा रहे हैं यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा कई प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी रस पर MCQ  प्रश्न काफी आते हैं। Given 10 topic question answer objective type. latest 2022-23 रस के बहुविकल्पी प्रश्न के उत्तर भी लिखे हुए हैं। १. निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए चार विकल्पों में से सर्वश्रेष्ठ सही विकल्प चुनिए। रस  को काव्य की आत्मा माना जाता है। " जब किसी नाटक, काव्य में आनंद की अनुभूति होती है त

Laghu Katha Lekhan CBSE Board

     लघु कथा कैसे लिखें, उदाहरण से समझें CBSE board hindi  प्रस्थान बिंदु के आधार पर लघु कथा (laghu katha)  लिखना। CBSE Board 9th class Laghu Katha lekhan दसवीं बोर्ड की कक्षा 9 के सिलेबस में और कई  बोर्ड की परीक्षा में इस तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं।  (new syllabus 2022 Laghu Katha lekhan)    दिए गए प्रस्थान बिंदु (prasthan Bindu) का मतलब है कि दो या चार लाइन लघुकथा के दिए होते हैं। उसके बाद आपको 80 से 100 शब्दों में लघुकथा को पूरा करना होता है। उसका एक शीर्षक (title) लिखना होता है।  नई शिक्षा नीति 2020 (New Education Policy) में भाषा में रचनात्मक लेखन (Creative Writing) को बढ़ावा दिया गया है। इसलिए  हिंदी Hindi, अंग्रेजी, मराठी  उर्दू किसी भी भाषा के पेपर में संवाद लेखन, लघुकथा, लेखन अनुच्छेद, (anuchchhed lekhan) लेखन, विज्ञापन लेखन, (Vigyapan lekhan) सूचना लेखन (Hindi mein Suchna lekhan) जैसे टॉपिक में नई शिक्षा नीति के ( new education policy 2021) अंतर्गत सिलेबस में रखे गए हैं।  लघुकथा लेखन 9 व 10 की परीक्षा में पूछा जाता है Laghu katha lekhan in Hindi in board examination

भारतीय आजादी के गुमनाम नायक

भारतीय आजादी के गुमनाम नायक bhaarateey aajaadee ke gumanaam naayak 2022 आज हम अपनी मर्जी से कहीं भी आ जा सकते हैं, पढ़ लिख सकते हैं अपने मनपसंद का करियर चुन सकते हैं, क्योंकि हम आजाद हैं और इस आजादी के लिए वीरों ने अपनी आहुति दी है, पर जब स्वतंत्रता सेनानियों के नाम बताने की बारी आती है तो हम सिर्फ गिने-चुने नाम ही बता पाते हैं, जबकि हकीकत यह है कि आजादी सिर्फ कुछ लोगों के बलिदान से नहीं मिली बल्कि इसके लिए बहुतों ने अपनी जान गंवाई। इनमें से कई तो गुमनामी की अंधेरों में खो चुके हैं। हम आपको ऐसे ही स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने आज़ादी की लड़ाई में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी-  आजादी के गुमनाम नायक हम बताने जा रहे हैं आजादी के महानायक जिनको हम भूल गए हैं-- कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ने वाले कन्हैयालाल कई बार अंग्रेजी शासन के खिलाफ आवाज उठाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए और अंग्रेजों के जुल्म का शिकार हुए पर उन्होंने कभी हार नहीं मानी हर बार दुगनी ताकत के साथ अंग्रेजों से मुकाबला किया। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजा

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

ईमेल लेखन कैसे करें | cbse class 10, 9 Email writing in hindi

  ईमेल लेखन कैसे करें cbse class 10, 9 Email writing in hindi CBSE बोर्ड की क्लास 9th और 10th में सेशन 2022 23 से ईमेल राइटिंग पर प्रश्न पूछा जाएगा। ईमेल राइटिंग जी का यह प्रश्न सीबीएसई बोर्ड क्लास 10th की बोर्ड परीक्षा में ढाई अंक का होगा। आपको बता दें कि क्लास 9th और 10th मे अनुच्छेद-लेखन Anuched Lekhan for class 10 and 9 , लघुकथा-लेखन , विज्ञापन-लेखन, संदेश-लेखन, संवाद-लेखन से प्रश्न भी पूछा जाता है इस पर आपको अधिक जानकारी चाहिए तो क्लिक करके पढ़ें… छात्रों ईमेल राइटिंग लिखना बहुत आसान है। ईमेल राइटिंग का प्रारूप और विषय आपको बस समझ में आना चाहिए। आपको यह बता दे कि आपकी परीक्षा में औपचारिक यानी कि फॉर्मल ईमेल राइटिंग ही पूछा जाएगा. औपचारिक ई मेल (Formal email) जैसे कि बैंक मैनेजर को  पासबुक जारी करने के लिए ई-मेल लिखना, आप एक लाइब्रेरियन है और किताब मगवाना चाहते हैं  तो बुक पब्लिशर को आप ईमेल लिखेंगे। ई-मेल की भाषा हिंदी | Email writing in hindi अगर आप ईमेल लिख रहे हैं तो उसकी भाषा हिंदी ही होनी चाहिए। प्रचलित का अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग कर सकते हैं, जैसे स्कूल, बस

लघु-कथा' CBSE BOARD CLASS 9 NEW SYLLABUS LAGHU KATHS LEKHAN

'लघु-कथा' CBSE BOARD CLASS 9 NEW SYLLABUS LAGHU KATHA LEKHAN  लघु और कथा शब्द से मिलकर बना हुआ है। लघु का अर्थ होता है- छोटा और कथा का अर्थ होता है-कहानी। Laghu Katha ke Udharan class 9th hindi term-2 sylabuss 2022 hindi  न्यू सिलेबस सीबीएसई बोर्ड लघु कथा लेखन क्लास नाइंथ इस तरह लघुकथा का अर्थ हुआ कि 'छोटी कहानी'। the shrot story छात्रों हिंदी साहित्य को दो भागों में बाँटा गया है, पहला गद्य साहित्य (gadya sahitya)  और दूसरा काव्य साहित्य ।  गद्य साहित्य के अंतर्गत कहानी, नाटक, उपन्यास, जीवनी, आत्मकथा विधाएँ आती हैं। इसी में लघु-कथा विधा भी 'गद्य साहित्य' का एक हिस्सा है। कहानी उपन्यास के बाद यह विधा सर्वाधिक प्रचलित भी है। लघुकथा की महत्वपूर्ण बातें the important character of laghu katha in Hindi लघु कथा क्यों लिखी जाती है? 1.आधुनिक समय में इंसानों के पास समय का अभाव होने लगा और वे कम समय में साहित्य पढ़ना चाहते थे तो  'लघु-कथा' का जन्म हुआ। लघु कथा का जन्म कैसे हुआ? हमारी संस्कृति में लघु कथा का क्या-क्या रूप है? laghu Katha kya hota hai? 2.लघु कथा

MCQ Vachya वाच्य class 10 cbse board new 2021

MCQ Vachya  वाच्य class 10 cbse board new 2021 CBSE Change question paper pattern in hindi. Hindi Grammar asking MCQ's. वाच्य Vachya topic given multiple cohice question with answer.     सीबीएसइ कक्षा 10 की हिन्दी  अ Syllabus 2021 में अब अधिकतर Questions Objective  टाइप के प्रश्न पूछे जाएंगें। यहां पर Vachya वाच्य टॉपिक से दे रहे हैं। Vachya Topic  में 5 में से 4  इस वाच्य टॉपिक questions आएंगे। वाच्य शब्द का अर्थ बोलने का तरीका वाच्य कहलाता है। ऐसा वाक्य जहां पर क्रिया का पर प्रभाव कर्ता, कर्म या भाव का पड़ता है तो क्रिया उसी के अनुसार परिवर्तित होती है। इस तरह से वाच्य तीन प्रकार के हुए। क्योंकि तीन तरह से क्रिया पर प्रभाव पड़ता है। यानी  1 कर्ता  2 कर्म  3 भाव क्रिया विधानों के अनुसार वाच्य 3 तरह के होते हैं- 1 कर्तृवाच्य (Active Voice) 2. कर्मवाच्य (Passive Voice) 3. भाववाच्य (Impersonal Voice) कर्तृवाच्य व अ कर्तृवाच्य   के अनुसार वाच्य दो प्रकार के होते हैं- 1 कर्तृवाच्य 2  अ कर्तृवाच्य  अ कर्तृवाच्य के दो भेद होते हैं-        i. कर्मवाच्य (Passive Voice)         ii भावव

MCQ Balgobin Bhagat CBSE Class 10

  MCQ Balgobin Bhagat CBSE Class 10  बालगोबिन भगत पाठ, लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी क्षितिज भाग- क्षितिज भाग- 2 बुक से MCQ Balgobin Bhagat, CBSE Class 10  CBSE 2023  नए परीक्षा पैटर्न के अनुसार इस बार हिन्दी अ पाठ्यक्रम में पेपर में दो खंड होंगे। अ और ब खंड हैं। Examination में  MCQ क्यूश्चन ( questions) पूछा जाएगा।  इस   सीरीज में MCQ Balgobin Bhaghat CBSE Class 10  MCQ दे रहे हैं। कक्षा 10 क्षितिज भाग 2 book kshitij   से Balgobin Bhaghat  MCQ  CBSE Class 10  पर बहुविकल्पी MCQs प्रश्न दे रहे हैं। Class 10 Hindi Class YouTube Channel Link    निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्पों पर टिक ​लगाइए —  1 भगत जी कौन-सा काम करते थे? i खेतीबारी ii नौकरी iii भजन गाते ​थे iv व्यापार करते थे उत्तर—i  खेतीबारी 2 बालगोबिन भगत किसको साहब कहते थे? i भगवान ii कबीर iii जमींदार iv मुखिया उत्तर—ii कबीर 3. बालगोबिन भगत साहब के दरबार में फसल ले जाते थे। यहां साहब के दरबार से क्या अभिप्रायय है? i जमींदार की हवेली ii राजा का दरबार iii कबीरपंथी मठ iv मंडी उत्तर—iii कबीरपंथी मठ 4.  ठंडी पुरवाई का क्या मतल

MCQ Ras Hindi class 10 cbse Update 2023

MCQ Ras Hindi class 10 cbse Update 2023 MCQ Ras Hindi class 10 cbse Ras Hindi MCQ class# 10 CBSE board new# syllabus objective questions. New gyan dotcom Gmail important question topic ras रस पर क्वेश्चन आंसर यहां दिये जा रहे हैं।‌  If you have any problem of the topic of Hindi Ras write a comment, I will solve your problems within 24 hours. You have know that  multiple choice question coming Hindi grammar section class of 10.  Ras,  Rachna ke Aadhar per Vakya, Pad Parichy,  aur Vachy. रस, रचना के आधार पर वाक्य, पद परिचय और वाच्य है। यहां पर रस पर आधारित MCQ क्वेश्चन दिए जा रहे हैं यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा कई प्रतियोगी परीक्षा के लिए भी रस पर MCQ  प्रश्न काफी आते हैं। Given 10 topic question answer objective type. latest 2022-23 रस के बहुविकल्पी प्रश्न के उत्तर भी लिखे हुए हैं। १. निम्नलिखित प्रश्नों में दिए गए चार विकल्पों में से सर्वश्रेष्ठ सही विकल्प चुनिए। रस  को काव्य की आत्मा माना जाता है। " जब किसी नाटक, काव्य में आनंद की अनुभूति होती है त