MBBS डॉक्टरी की पढ़ाई अब हिंदी में | medical study in Hindi language
MBBS डॉक्टरी की पढ़ाई अब हिंदी में | medical study in Hindi language
MBBS study in hindi: अधिकतर मां बाप का सपना होता है कि उनका बच्चा बड़ा होकर डॉक्टर (doctor) बने। आज के दौर में डॉक्टर बनने के लिए पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम (English medium) में होती है। जिस कारण से ग्रामीण क्षेत्र के हिंदी मीडियम (Hindi medium) में पढ़ने वाले छात्र जो बहुत होनहार होते हैं, वे डॉक्टरी की पढ़ाई करने में इसलिए पीछे रह जाते हैं क्योंकि डॉक्टरी की पढ़ाई MBBS की अंग्रेजी भाषा में होती है। अगर कोई शुरू से अंग्रेजी भाषा नहीं जानता है तो उसे मेडिकल साइंस (medical science) यानी एमबीबीएस की पढ़ाई पढ़ने में इसलिए दिक्कत होती है क्योंकि इसकी सभी पढ़ाई और तो और से अंग्रेजी माध्यम में होता है।
चिकित्सा पद्धति (Ayurvedic) आयुर्वेद की पढ़ाई
आपको बता दें कि चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद की पढ़ाई का पूरा सार संस्कृत से ग्रंथों से है लेकिन इसकी भी पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम में होती है और ऐसे में होनहार संस्कृत और हिंदी जाने वाले छात्र जो विज्ञान में अधिक रूचि रखते हैं उनके लिए भी आयुर्वेद की पढ़ाई अंग्रेजी में चुनौती भरा हो जाता है।
एमबीबीएस की पढ़ाई होगी हिंदी में
हमारे देश में अधिकतर लोग हिंदी बोलते हैं और पढ़ते हैं, ऐसे में उनकी भाषा में एमबीबीएस की पढ़ाई होने से ऐसे लोग भी डॉक्टर बनकर समाज की सेवा कर सकते हैं, जिन्हें अंग्रेजी भाषा में MBBS की पढ़ाई समझ में नहीं आती है। असल में डॉक्टरी की पढ़ाई में भाषा केवल एक माध्यम होता है बल्कि ऐसे बच्चे जिनकी रुचि डॉक्टरी पढ़ने में है और उन्हें अंग्रेजी भाषा नहीं आती है या उन्होंने हिंदी भाषा में ही इंटर तक साइंस की पढ़ाई की है ऐसे बहुत से साथ है जो बहुत होनहार होते लेकर अंग्रेजी के कारण डॉक्टरी की पढ़ाई अपनी पूरी नहीं कर पाते या डॉक्टर बनने के लिए सोच नहीं पाते हैं ऐसे छात्रों के लिए अब एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी भाषा में होगी। पूरी जानकारी के लिए अंत तक इस आर्टिकल को पढ़ें और जानें की डॉक्टरी यानी एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी भाषा में कैसे और कहां शुरू हो रही है?
मध्य प्रदेश सरकार का फैसला एमबीबीएस की पढ़ाई होगी हिंदी
Medical study in Hindi language 2022: मध्य प्रदेश सरकार डॉक्टरी की पढ़ाई हिंदी में करवाने के लिए कमर कस ली है। नई जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार ने बताया है कि राज्य में खब बैचलर आफ मेडिसिन और बैचलर आफ सर्जरी की पढ़ाई राजभाषा हिंदी में होगी। आपको बता दें हमारे संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है लेकिन यह भाषा पूरे भारत की संपर्क भाषा के रूप में हुई है। हिंदी भाषा में चिकित्सा, कानून, अभियंता (medical law and Engineer) बनने की पढ़ाई हिंदी भाषा में होना बड़ी गर्व की बात है और इसकी शुरुआत मध्य प्रदेश सरकार ने कर दी है। एमबीबीएस हिंदी भाषा (MBBS Bachelor of Medicine and Bachelor of Surgery) में पढ़ाने के लिए विशेष व्यवस्था सरकार करा रही और पाठ्यक्रम (syllabus of MBBS in Hindi 2022) को भी हिंदी भाषा में लिखवाने का काम शुरू हो चुका है।
MBBS in Hindi language 2022
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार (new educational decision 2022) ने फैसला लिया है कि MBBS की पढ़ाई हिंदी भाषा में भी होगी। MBBS Study In Hindi होने से लाखों छात्रों को फायदा होगा जो हिंदी भाषा में पढ़ाई करते हैं। अभी उन्हें डॉक्टरी की तैयारी की परीक्षा के लिए हिंदी माध्यम से अंग्रेजी माध्यम में तैयारी करनी पड़ती थी। भाषा बदलने के कारण ऐसे छात्रों को अंग्रेजी में एमबीबीएस की पढ़ाई में बहुत दिक्कत होती थी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज प्रसाद चौहान का क्या फैसला वाकई काबिले तारीफ है। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में एमबीबीएस डिग्री कोर्स हिंदी भाषा में कर पाएंगे इसके लिए सरकार द्वारा पाठ्यक्रम बनाने जाने की प्रक्रिया और किताबें लिखी जा रही है। (MBBS in Hindi syllabus process working)
ऐसे छात्र जिन्होंने गणित विज्ञान आदि विषयों को हिंदी माध्यम में पड़ा है ऐसे छात्रों को अब एमबीबीएस करने के लिए मजबूरी में अंग्रेजी भाषा में अध्ययन नहीं करना पड़ेगा क्योंकि मध्य प्रदेश सरकार ने हिंदी माध्यम छात्रों को मेरे ध्यान में रखते हुए एमबीबीएस की डिग्री ऐसे छात्र हिंदी भाषा में पढ़ सकते हैं। आपको बता दें कि अभी तक एमबीबीएस की डिग्री के लिए पढ़ाई अंग्रेजी भाषा भी होती थी। अब हिंदी भाषा में भी इसका विकल्प हो MP सरकार दे रही है।
एमबीबीएस हिंदी पायलट योजना
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विश्वास सारंग ने घोषणा किया है कि MBBS की डिग्री राजभाषा हिन्दी मेंमें शुरू होगी। अभी यहां पायलट योजना के तहत से शुरुआत राजधानी भोपाल स्थित गांधी मेडिकल कॉलेज (GMC) से होगी। एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी में होने से शैक्षिक-प्रणाली (education system) में एक बड़ा सुधार होगा। (MBBS in Hindi study) जरूरी तैयारियां बड़ी तेजी से की जा रही हैं, जैसे हिंदी भाषा में पाठ्यक्रम बनाना और ऑडियो वीडियो तैयार करने का काम भी तेजी से विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है। (audio video visual study materials making in Hindi)
आपको बता दें कि कई तरह के रिसर्च से पता चला है कि कोई भी इंसान अपनी मातृभाषा (mother tongue studies important) में जब पढ़ाई करता है तो वह बेहतर परिणाम देता है। क्योंकि मातृभाषा (mother tongue in Hindi and other language is the most important for the child who want to study the clear their syllabus for understanding) में पढ़ने लिखने से व्यक्ति को समझ में आता है और अपने उम्र के साथ बहुत तेजी से बच्चा विकास करता है। आपको बता दें कि नई शिक्षा नीति के तहत अब हमारी शिक्षा प्रणाली (Indian education system) में भी शुरुआती शिक्षा यानी प्राइमरी लेवल की शिक्षा मातृभाषा में दी जाएगी इसलिए अब अंग्रेजी भाषा की शिक्षा की अनिवार्यता को हटाया जा रहा है। (English is not our national language and not an Indian language. Indians are speaking and writing in Hindi and their regional languages. It's important for the study because understanding is very easy.)
भोपाल में गांधी मेडिकल कॉलेज के प्रथम वर्ष से ही हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। आपको बता दें कि डाक्टरी की (MBBS degree) पढ़ाई 4 से 5 साल चलती है, ऐसे में हर सेमेस्टर में उत्तीर्ण होना जरूरी होता है। पहले साल की तीन विषय एनोटॉमी, फिजियोलॉजी और बायोकेमिस्ट्री की पुस्तकों का अनुवाद (translation) कराया जा रहा है।
हिंदी भाषा एमबीबीएस के लिए पाठ सामग्री
आपको बता दें कि विज्ञान और चिकित्सा (science and Medicals) की पढ़ाई की किताबें अंग्रेजी भाषा में ज्यादातर छपती हैं और इसी की डिमांड होती है लेकिन अब हिंदी भाषा में पुस्तकों का अनुवाद करना और परिभाषित शब्दों की शब्दावली आदि बनाना जरूरी हो गया है। एमबीबीएस का पाठ्यक्रम हिंदी भाषा में बनाने का काम जोरों शोरों से चल रहा है।
एमबीबीएस (MBBS) की पढ़ाई करने वाले छात्रों को अच्छी तरीके से पाठ्यक्रम (Hindi MBBS) में समझ आए इसलिए ऑडियो विजुअल से भी तैयार किया जा रहा है। आपको बता दें कि यह पाठ- सामग्री यूट्यूब पर भी निशुल्क उपलब्ध रहेगी। हिंदी भाषा में एमबीबीएस की पढ़ाई करने वाले छात्रों को पाठ सामग्री आसानी से उपलब्ध होगी। ऐसा इसलिए कि अक्सर कहा जाता है हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में विज्ञान तकनीक आदि की पढ़ाई नहीं हो सकते क्योंकि पुस्तकों का अभाव है लेकिन सरकार ने अब कमर कस लिया है हिंदी भाषा में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पाठ सामग्री हिंदी भाषा में तैयार किया जा रहा है।
हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई कराने वाला पहला राज्य मध्यप्रदेश होगा क्योंकि इस पर वह काम शुरू कर दिया है।
हिंदी में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई fact question answer
हिंदी भाषा में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू करने वाला पहला राज्य कौन सा है?
मध्य प्रदेश भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है जो हिंदी मीडियम में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू कर दिया है।
हिंदी में मेडिकल MBBS और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू होने से क्या फायदा होगा?
#knowlege Hindi medical
विश्व की सबसे बड़ी भाषा है जिसे लोग बोलते हैं और इसमें पैसा भी कमा रहे हैं। लगभग 130 करोड़ हिंदुस्तानी किसी न किसी तरह से हिंदी जानते पढ़ते और समझते हैं। के अलावा भारतीय उपमहाद्वीप में भी हिंदी भाषा बोली पढ़ी जाती जैसे नेपाल बांग्लादेश अफगानिस्तान गल्फ कंट्री इत्यादि।
भारत में कई ऐसे समुदाय हैं जिनकी मातृभाषा हिंदी या उससे मिलती-जुलती है। यदि इन लोगों की मेडिकल (MBBS Hindi) और इंजीनियरिंग की भी पढ़ाई इन की ही भाषा हिंदी में प्राप्त हो तो वह लोग उन लोगों को मात दे सकते हैं जो सुविधा संपन्न शब्द अंग्रेजी भाषा में पढ़ाई करके खुद को बेहतर बना लेते हैं क्योंकि उन्हें अभी कंपटीशन हिंदी वालों से मिला ही नहीं है।
मध्य प्रदेश सरकार ने बारहवीं 12th के बाद हिंदी भाषा (Hindi language) में चिकित्सा और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू कर दी आपको बता दें कि हमारे हिंदुस्तान में आयुर्वेद अंग्रेजी भाषा में नहीं बल्कि संस्कृत भाषा में लिखी गई है उसके ज्ञान का प्रचार प्रसार अच्छी तरह से पूरी दुनिया में फैल चुका है और जो संस्कृत जानते हैं, वह आयुर्वेद के इस ज्ञान को बेहतर तरीके से प्राप्त कर रहे हैं। आने वाले समय में बिजनेस कैरियर हिंदी में भी है, जो बनाना चाहते हैं उनका बिजनेस कैरियर हिंदी में भी हो सकता है।
पहला ऐसा कौन सा राज्य है जहां पर मेडिकल के इलाज के पर्चे पर डॉक्टर ने हिंदी में दवाई लिखी है, वह डॉक्टर कौन है? mmbs Hindi
सामान्य ज्ञान
डाक्टर सर्वेश सिंह मध्य प्रदेश के पहले mbbs डॉक्टर बन गये जिन्होंने मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पताल में एक मरीज की रश्मि सिंह जो पहली मरीज जिनका उपचार के लिए मेडिकल दवाई आदि के नाम परिचय पर हिंदी भाषा में लिखा है।
हिंदी भाषा में एमबीबीएस शुरू होने के मायने क्या है इससे क्या लाभ होगा?
newgyan
हिंदी एम एम बी बी एस शुरू होने के मायने क्या है इससे क्या बदलाव होगा।
हिंदी भाषा को बढ़ावा मिलेगा।
जिनकी भाषा हिंदी या हिंदी से मिलती-जुलती क्षेत्रीय भाषा है, ऐसे मरीज की दवा के पर्चे में हिंदी में दवाओं के नाम और इलाज की प्रक्रिया के बारे में लिखा है तो वे आसानी से पढ़ सकते हैं।
किसी भी दवा का उच्चारण हिंदी भाषा में यानी देवनागरी लिपि में बड़े वैज्ञानिक तरीके से लिखा जा सकता है।
ऐसे छात्र जो हिंदी भाषा मैं अपनी पढ़ाई की है और डॉक्टर बनना चाहते हैं लेकिन अंग्रेजी कमजोर होने के कारण वह डॉक्टर नहीं बन सकते हैं उनमें प्रतिभा है बहुत है तो ऐसे में ऐसे छात्रों को हिंदी में एमबीबीएस करने से वे आसानी से डॉक्टर बन सकते हैं।
हिंदी बोलने वाले और समझने वाले को आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़ा माना जाता है, अगर कोई हिंदी बोलता है तो माना जाता है कि बहुत ज्यादा पैसा नहीं कमा सकता है इसलिए जब एमबीबीएस भाषा में हिंदी की पढ़ाई शुरू हो जाएगी तो इसमें जो होनहार डॉक्टर निकलेंगे वह इस मिथक को तोड़ देंगे।
Related Post
UGC का बड़ा बदलाव, इंजीनियरिंग की पढ़ाई अब रीजनल लैंग्वेज भी होगी
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की तैयारी कैसे करें
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें