फाइनेंशियल लिटरेसी क्या है? वित्तीय साक्षरता Vittiya Saksharta
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दोस्तों यहां पर हम सरल ढंग से वित्तीय साक्षरता (financial literacy what is the meaning of financial literacy in Hindi) यानी फाइनेंशियल लिटरेसी skill के बारे में पूरी जानकारी आपको दे रहे हैं। आज के समय में फाइनेंशियल लिटरेसी बहुत जरूरी है। फाइनेंशियल लिटरेसी skill के बारे में education al knowledge आज के समय में इसलिए भी जरूरी है कि आप अपने money का management आसानी से कर सकते हैं।
वित्तीय साक्षरता – फाइनेंसियल लिट्रेसी शब्द का अर्थ क्या होता है?
हिंदी का 'वित्तीय साक्षरता' financial literacy शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है। 'वित्तीय' शब्द 'वित्त' शब्द से बना है जिसका अर्थ होता है रुपया, पैसा, धन इत्यादि। 'इय' प्रत्यय लगने से यह वित्तीय शब्द बन जाता है। जबकि दूसरा शब्द साक्षरता है, इसका मतलब होता है।
साक्षर होना यानी उस विषय में ज्ञान हासिल करना होता है।
इस तरह से वित्तीय साक्षरता Vittiya Saksharta का मतलब रुपए-पैसे के लेनदेन बैंक, शेयर मार्केट, जमीन, जायदाद बेचना-खरीदने प्रबंधन यानी मैनेजमेंट करने का ज्ञान जिसे है उसे वित्तीय साक्षर कहते हैं। जिसे अंग्रेजी में फाइनेंशियल लिटरेसी कहा जाता है। आज के दौर में यह बहुत जरूरी है।
वित्तीय साक्षर होने से क्या फायदा है? What is the benefits of financial literacy
हम आपको बता दे अगर कोई वित्तीय साक्षर है तो उसे बहुत से फायदे होते हैं।
वह अपने पैसों का सही प्रबंधन कर सकता है अर्थात वह पैसे अपने कहां इन्वेस्ट करें जिससे अधिक रिटर्न मिल सके इसलिए उसके अंदर वित्तीय प्रबंधन की क्वालिटी होता है।
वित्तीय साक्षर इंसान (financial literate person) अपने पैसे (money) को अलग-अलग जगह इन्वेस्ट अच्छे से कर सकता है क्योंकि उसे मालूम है कि उसे पैसे का रिटर्न कहां सबसे अधिक मिलेगा।
पैसे सही जगह इन्वेस्ट करने की क्षमता उसके अंदर है तो वह इंसान अपने आप में आत्मनिर्भर होता है।
फाइनेंसियल लिटरेसी की जानकारी नहीं तो धोखाधड़ी (scame)के शिकार हो सकते हैं
कई ऐसे मामले हैं जिनमें धन को लेकर धोखाधड़ी होता है। खासतौर पर online banking और online payment के संबंध में। ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए आपको फाइनेंशियल लिटरेसी यानी कि बैंकिंग प्रणाली के बारे में अच्छी तरीके से जानकारी होना जरूरी होता है।
जो फाइनेंसियल जानकारी रखते हैं उन्हें ये तीन तरीका अच्छे से मालूम होता है-
पैसे कैसे कमाए जाए यानि (How to earn money),
पैसों का सही निवेश कहां किया जाए (How to invest)
धन को सही से खर्च कैसे किया जाए (How to spend)
अंतिम महत्वपूर्ण बात है कि पैसे कैसे बचाया जाए।
(how to saving)
School में फाइनेंसियल लिट्रेसी की पढ़ाई (financial literacy study in school and our society
दोस्तों आज के समय में फाइनेंशियल लिटरेसी सभी को आना चाहिए। चाहे वह किसी उम्र का व्यक्ति हो। स्कूल जाने वाले छात्रों को स्कूली पाठ्यक्रम (School syllabus financial literacy skill very necessary) में सिखाना जरूरी होता है।
बैंकिंग के सभी तरीके जिसमें पैसा जमा करना- निकालना, चेक, ऑनलाइन पेमेंट इत्यादि तरीके हैं जो पाठ्यक्रम में शामिल होना चाहिए। सभी बच्चों को सामान्य रूप से यह सीखना चाहिए। छात्रों को स्कूली शिक्षा में वित्तीय साक्षरता का ज्ञान देना बहुत जरूरी होता है।
वित्तीय साक्षर महिलाएं और युवतियां घर को किस तरह से चलाएं और खर्चों को किस तरह से मैनेज करें, इन सब की जानकारी आवश्यक है। घर चलाने के लिए इनकम और खर्चों पर संतुलन रखना जरूरी होता है।
स्थाई रोजगार और नियमित आय के कोई भी साधन नहीं होने के कारण ऐसे लोगों को लिए भी वित्तीय साक्षरता बहुत जरूरी है। कमाई खर्च और बचत के बीच तालमेल रखना बहुत जरूरी होता है।
वित्तीय साक्षरता मददगार helpful financial literacy team work
पैसे कमाने के बाद उसे सही तरीके से मैनेज करना सबसे बड़ी चुनौती होती है। अधिकांश लोग वित्तीय साक्षर नहीं होते हैं। आप जानते हैं कि जीवन चलाने के लिए इनकम होना जरूरी है। बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी आमदनी बहुत कम होती है या वह इतने कुशल नहीं है कि अच्छी इनकम पैदा कर सके। अगर घर के सदस्य फाइनेंशियल लिटरेसी हासिल करके टीम वर्क की तरह काम करें तो ढेर सारा पैसा कमा सकते हैं। financial literacy team work बहुत प्रभावशाली होता है।
ऐसे लोग अगर अपने घर का एक हिस्सा किराए (house rent) पर दे देते हैं तो उन्हें एक अच्छा इनकम भी मिलता है इस तरह से उनकी आय बढ़ जाती है।
इस तरह से कई साधन पैदा करके इंसान धन इकट्ठा करके और धन प्रबंधन करके अपने जीवन को सुखमय बना सकता है।
परचून की दुकान (the shop of general Merchant) खोलना या ऑनलाइन कमाना भी अपनी इनकम को बढ़ाने का एक अच्छा तरीका होता है।
हमारे आसपास के बहुत से ऐसे लोग हैं जैसे- पलंबर, मिस्त्री, टाइल्स लगाने वाले, इलेक्ट्रॉनिक वायरिंग करने वाले यह सभी अलग-अलग तरीके से अपनी जीविका चलाते हैं। यहां पर काम हमेशा मिलता नहीं उनका कोई साइड काम भी होता है।
जैसे परचून की दुकान, सब्जी की दुकान लगाना, घर के हिस्से को किराए पर देकर अतिरिक्त आमदनी हासिल करना, घर के सदस्यों के साथ फूल माला बनाना, दोना बनाना, पैकेजिंग करना आदि इनके प्रमुख काम हो सकते हैं। इस तरह तरह तरह के आमदनी से अपनी कमाई लोग बढ़ा सकते हैं।
इस तरह से बैंकों में कुछ पैसे जमा करके अपनी धनराशि बचत के रूप में बना लेते हैं लेकिन इन्हें फिर इन्वेस्टर कि उन्हें और अधिक कमाई का तरीका दिखाई नहीं देता है।
पैसा इन्वेस्ट करके कोई भी रोजगार किया जा सकता है और अतिरिक्त लाभ को हासिल किया जा सकता है। घर के अन्य सदस्य जो कमाई नहीं कर रहे उनके लिए रोजगार के मौके कमानेवाले सदस्य अपनी बचत के पैसे से दे सकते हैं। और उन्हें भी अपना हिसाब लाभ के तौर पर मिलता है।
वित्तीय साक्षरता: खर्चे पर कंट्रोल करना सिखाता है (how to control expenditure)
देखी आजकल फाइनेंशियल लिटरेसी यह सिखाता है कि किस तरह से हम अपनी बचत की आदत को डेवलप कर सकते हैं और फिजूलखर्ची को कम कर सकते हैं।
क्योंकि बचत आपको आने वाले समय में आर्थिक संकट से बचाता है। अक्सर देखा गया है कि डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के चलते धुआंधार लोग शॉपिंग करके अपने बचत को भी खत्म कर देते हैं।
बाजार को समझें
अनावश्यक खरीदारी बाजार करने के लिए आपको प्रेरित करता है लेकिन जो लोग वित्तीय रूप से साक्षर है, वे सतर्क रहते हैं। अपने जरूरत की चीज ही खरीदते हैं। क्योंकि फाइनेंशियल लिटरेसी आपको बताता है कि आप अपनी जरूरत के अनुसार ही चीजों को खरीदे और अपने पैसे का सही प्रबंधन कैसे करें। (how to manage money) जबकि इसके उलट बाजार आपको अधिक से अधिक खर्च करने के लिए प्रेरित करता है। विज्ञापन और बाजार (market and advertisement) आपको ऐसा लालच देता है, जिसमें आपका ही नुकसान होता है।
कई ऐसे ही स्कीम के चलते आपको लगता है जिसमें फायदा है और आप हो अनावश्यक चीजें अपने बचत के पैसे से खरीद लेते हैं, जिस कारण से आपकी शेविंग उस महीने नहीं हो पाती है और जो सामान आता है उसका भी उपयोग इसलिए नहीं हो पाता है क्योंकि उसकी जरूरत आपको थी ही नहीं।
emergency financial condition के समय पैसे की बहुत जरूरत होती इसलिए बचत से बहुत जरूरी है। (Saving is the important)
How to invest share market
शेयर मार्केट में कब और कैसे निवेश करना इसकी जानकारी देती साक्षरता से मिलती है
आधी अधूरी जानकारी में शेयर मार्केट में पैसा लगा देते हैं जबकि यह एक तरह से पैसा डूबा में के बराबर हुआ। इसलिए शेयर मार्केट तुम्हें अपनी आय का कितना पैसा लगाना है और कैसे लगाना इन सब की प्रबंधन की जानकारी वित्तीय साक्षरता के माध्यम से ही आती है।
महीने भर की इनकम के अनुसार ही महीने भर का बजट बनाना चाहिए। उससे ज्यादा बजट बनाना उधार को न्योता देने के बराबर होता है।
Education is the most important to everyone and most-most important financial literacy for everyone today.
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