Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्यो...
सन-बकेट sun bucket से खाना बनाना आसान
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बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग परेशान हैं। ऐसे में इको फ्रेंडली एनर्जी के स्रोतों को खोजने के लिए और उनका प्रयोग करने के लिए बड़े स्तर पर काम हो रहा है।
आपको बताने जा रहे हैं सौरऊर्जा का एक ऐसा प्रयोग
जिससे कि आप अपने घर में खाना पका सकते हैं।
सौरऊर्जा के प्रयोग द्वारा खाना पकाने के इस बात से आपके दिमाग में यह आ रहा होगा कि यह सोलरकुकर है, पर नहीं।
हम आपको बता दें कि यह सोलरकुकर नहीं बल्कि छोटा सन-बकेट sun bucket है।
जी हां! सन-बकेट sun bucket आप अपनी छत पर लगा सकते हैं। यह एक विशेष प्रकार की छतरी के द्वारा सूरज की रोशनी को उस सन-बकेट sun bucket में इकट्ठा करता है।
यह सन बकेट आपके लिए स्टोव यानी कि चूल्हे का काम करेगा। जैसा कि चित्र में दिखाया गया है।
इस सन-बकेट sun bucket सूरज की रोशनी से चार्ज होता है। यह स्टोव आपके गैस चूल्हे जैसा ही है।
फर्क बस इतना है कि यह सौरऊर्जा से चार्ज होता है। खाना बनाने का यह स्टोव है।
आप इससे किसी भी तरह का खाना पका सकते हैं। पानी उबाल सकते हैं। चाय बना सकते हैं । तल सकते हैं। भूंज सकते हैं। रोटी सेक सकते हैं पूरी कर सकते हैं, जो आप अपने किचन में पकाते हैं, सन-बकेट sun bucket से सब कुछ पका सकते हैं।
सन-बकेट sun bucket बाहर से ठंडा लेकिन अंदर से बहुत गर्म सूरज की रोशनी से चार्ज होने पर हो जाएगा। जिसकी ऊर्जा का प्रयोग खाना बनाने के लिए किया जाता है। यह पूरी तरीके से प्रदूषण रहित और सूर्य की ऊर्जा का प्रयोग करता है। भारत सरकार इस तरह के सन-बकेट sun bucket मुफ्त में उपलब्ध कराने की योजना बना रही है।
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