Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं
रेनबो की दुनिया इंद्रधनुषी सतरंगी दुनिया
How many Rainbow
बारिश के मौसम में सतरंगी इंद्रधनुष देखा होगा लेकिन क्या आपको मालूम है कि इंद्रधनुष कई तरह के होते हैं। इनमें से कुछ तो चांद की रोशनी में भी बनते हैं, तो कुछ अंधेरी रात में भी, तो कुछ चमकते हुए सूरज के चारों ओर दिखाई देते हैं। तो जाने आसमान में बनने वाले अनोखे इंद्रधनुषों के बारे में-
क्लाउडबो cloudbow
यह कैसा रेनबो है, जो बहुत छोटा होता है। इसके रंग आपस में मिले रहते हैं। यही कारण है यह इंद्रधनुष सफेद दूधिया रंग का होता है। यह जल की नन्हीं नन्हीं बूंदों से बनता है। यह इंद्रधनुष शाम के समय ही आकाश में दिखाई देता है। जब बारिश खूब होती है और वातावरण में बहुत उमस होने लगती है तो इस तरह का इंद्रधनुष आसमान पर आप देख सकते हैं। लेकिन, हां! इंद्रधनुष को देखने के लिए आपको दूरबीन की जरूरत पड़गी।
गोलाकार इंद्रधनुष
कभी-कभी पानी की बूँदें इस तरह से सूर्य के प्रकाश के कारण रिफ्लेक्ट होती है कि आसमान में सूरज के चारों ओर रिंग यानी गोले के आकार के रूप में इंद्रधनुष बनता दिखाई देता है। ऐसा नजारा बारिश के बाद तेज धूप के कारण दिखाई देता है। इंद्रधनुष सूरज के प्रकाश और पानी की बूंदों के कारण बनता है। आप जानते हैं कि सूरज के प्रकाश में सात कलर होते हैं और पानी की बूंदे ट्रांसपेरेंट होती है, जो काँच के प्रिज्म की तरह व्यवहार करती है।
जब सूरज का प्रकाश आसमान में पानी की बूंदों से होकर गुजरता है, तब प्रकाश में मौजूद सात रंगों को बिखेर देती है, जिससे आपको प्रकाश ( light) के सात अलग-अलग रंग दिखाई देता है। और जब सूरज के चारों तरफ से निकलने वाला प्रकाश पानी की बूंदों से होकर गुजरता है तो मानो सूरज को सात रंगों के प्रकाश घेर लेती है। यह सात रंग गोलाकार रूप में दिखाई देता है। जो एक तरह का इंद्रधनुष ही है। इस तरह का अद्भुत नजारा आसमान में बहुत कम ही दिखाई देता है।
मुनबो
सतरंगी इंद्रधनुष
बरसात के सुहाने मौसम में आसमान में कभी-कभार सतरंगी इंद्रधनुष दिखाई देता है और विराम इंद्रधनुष Rainbow उस समय पूरब दिशा में बनता है जब सूर्य पश्चिम में डूब रहा होता है और विराम इसके बनने के लिए बारिश और सूर्य का प्रकाश जरूरी है। वैसे तू जो आसमान में दूर-दूर फैला हुआ नजर आता है लेकिन धरती की गोलाई के कारण यह में शिव धनुष के रूप में ही दिखाई देता है।
ग्रीन रेनबो
ऐसे इलाकों में जहां चारों तरफ दूर-दूर तक हरियाली नजर आती है ठीक उसी स्थान पर आसमान में एक अनोखा हरा इंद्रधनुष बनता है। इस तरह का इंद्रधनुष हरि पगडंडियों के रूप में दिखाई देता है। जंगलों में जब हवा के बहने की गति 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटा की होती है तब यह अनोखा हरा इंद्रधनुष Rainbow आसमान में धूल के महीन कणों से बनता है।
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