Me, mai, inme, uname, Bindu ya chandrabindu kyon nahin lagta hai | मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार)) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता है। मे, मै मे चन्द्रबिंदु या बिंदु लगेगा? Hindi mein chandrabindu kab lagana chahie kab nahin? Hindi spelling mistake किसी भी शब्द के पंचमाक्षर पर कोई भी बिन्दी अथवा चन्द्रबिन्दी (Hindi Chandra bindi kya hai) नहीं लगती है। इसका कारण क्या है आइए विस्तार से हम आपको बताएं। क्योंकि ये दोनो अनुनासिक और अनुस्वार उनमे निहित हैं। हिंदी भाषा वैज्ञानिक भाषा है। इसके विज्ञान शास्त्र को देखा जाए तो जो पंचमाक्षर होता है उसमें किसी भी तरह का चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगता है क्योंकि उसमें पहले से ही उसकी ध्वनि होती है। पांचवा अक्षर वाले शब्द पर चंद्रबिंदु और बिंदु नहीं लगाया जाता है। जैसे उनमे, इनमे, मै, मे कुछ शब्द है जिनमें चंद्र बिंदु बिंदु के रूप में लगाया जाता है लेकिन म पंचमाक्षर है। Hindi main panchma Akshar kise kahate Hain? प फ ब भ म 'म' पंचमाक्षर pancman Akshar है यानी पांचवा अक्षर है। यहां अनुनासिक और अनुस्वार नहीं लगेगा। क्योंकि पं
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23 सितंबर को बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने
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10 class सीबीएसई के नए पैटर्न और सैंपल पेपर के लिए click करें।
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23 सितंबर को बोर्ड परीक्षाओं के लिए सीबीएसई ने
नया पैटर्न जारी कर दिया। एंट्रेंस परीक्षा में पूछे जाने वाले क्वेश्चन को ध्यान में रखते हुए अब 10वीं और 12वीं के सीबीएसई के छात्र उसी पैटर्न अनुरूप पढ़ाई कर सकेंगे क्योंकि सीबीएसई ने सभी विषयों के पेपर में ऑब्जेक्टिव टाइप के क्वेश्चन की संख्या को बढ़ा दिया है। अब नए पैटर्न के अनुसार एमसीक्यू, फिल द, फिल द ब्लैंक्स, मैचिंग और मल्टीपल चॉइस वाले क्वेश्चन पूछे जाएँगे।
एक्सपर्ट आशीष कांत पांडेय ने बताया कि इससे medical, engineering जैसी एंट्रेंस एग्जामिनेशन की तैयारी अब स्कूल में 9, 10 ,11, 12 की कक्षा के दौरान स्टूडेंट कर पाएंगे क्योंकि इन सभी इंट्रेंस एग्जामिनेशन में ऑब्जेक्टिव टाइप के क्वेश्चन पूछे जाते हैं इस तरह सीबीएसई ने अपने पैटर्न में बदलाव करके स्टूडेंट्स को अब इंट्रेंस एग्जामिनेशन के लिए अलग से तैयारी करने की जरूरत नहीं होगी।
सीबीएसई के पुराने पैटर्न में रिटेन लांग एंड शॉर्ट क्वेश्चंस ही ज्यादातर पूछे जाते थे। ऐसे में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्र बोर्ड परीक्षा के बाद वे कोचिंग का सहारा लेते थे। अब इस नए पैटर्न के अनुसार स्टूडेंट्स बोर्ड की परीक्षाओं की तैयारी के दौरान ही गहन अध्ययन कर सकेंगे। जिससे कि उन्हें ईंट्रेंस एग्जामिनेशन के लिए अलग से तैयारी करने की जरूरत नहीं होगी।
20 नंबर का होगा अब ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चंस। या पैटर्न सभी विषयों में लागू किया गया है।सीबीएसई वेबसाइट पर जाने के लिए क्लिक करें
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